Nidhi Saxena

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सूरज , किरण ,और बादलों की अठखेली



आज तो हम बहुत नाराज़ है , कुछ लिखने का मन नहीं है , और लिखे भी क्यों ??????और कैसे?????
जब ठंड की वजह से उंगली ही नही चल रही फोन पर, यहां तक कि पासवर्ड भी जल्दी से अनलॉक नही कर पा रही 😜😜😜😜

और सब ही तो अपनी मन मर्जी कर रहे है , हमने भी कर ली थोड़ी अपनी मन मर्जी तो क्या हुआ ???

सूरज महाराज और बादलों को देखो कैसे अठखेली कर रहे है , सूरज महाराज बादलों की ओट में छुप कर बैठे है , और बादल जी भी पूरे अपने परदे फैला कर बैठे हैं । सूरज महाराज अपनी किरणों के साथ कहीं से झांक ना पाएं ।

जब हमने बुलाया तब आए नही 🙁🙁

हमने कितने नौते भेजे बादलों को लेकिन नही आए 
मई,जून,जुलाई,अगस्त मैं कितना बुलाया नही आए ,और अब देखो बिन बुलाए आ गए
अरे भाई यह दोस्ती गर्मी में निभाया करो , अब नही , गर्मियों की छुट्टियों में खेला करो अब क्यों खेलते हो , सूरज , महाराज और अपनी किरण सहेलियों के साथ बादल जी ,😜😜😜

इसी मौसम में तो हम सूरज महाराज उनकी किरणों के साथ उनको बुलाते है , और इसी मौसम में ये नखरे दिखाते हैं।।

खैर छोड़ो अब क्या ही शिकायत करे सूरज देवता से , सभी तो अपने अपने नखरे दिखाते है ।।

तो आज थोड़ा नखरा हम भी दिखाते है , और कुछ नही लिखते है , और रजाई ओढ़ कर सो जाते है ।।

          नीर (निधि सक्सैना)

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5 Comments

बेहतरीन

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Muskan khan

27-Dec-2022 09:42 PM

Nice

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Alka jain

27-Dec-2022 04:43 PM

शानदार

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